HIV/AIDS Day Is Celebrated On December 1st All Over The World / पूरे विश्व में 1 दिसंबर को HIV/AIDS दिवस मनाया जाता है | FITNESS CLUES - Health Tips In Hindi

HIV/AIDS Day Is Celebrated On December 1st All Over The World / पूरे विश्व में 1 दिसंबर को HIV/AIDS दिवस मनाया जाता है

HIV/AIDS Day Is Celebrated On December 1st All Over The World / पूरे विश्व में 1 दिसंबर को HIV/AIDS दिवस मनाया जाता है | By Fitness Clues


HIV/AIDS: 1 दिसंबर को विश्व AIDS दिवस की तीसवीं वर्षगांठ मनाई जाएंगी। AIDS एक बहुत गंभीर समस्या है, जो कि असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण होता है। ये बीमारी AIDS नामक जीवाणु से हमारे शरीर में प्रवेश करती है। इस संक्रमण का पता काफी समय बाद लगता है और लोग भी इस HIV के प्रति सतर्कता नहीं बरतते।

(HIV/AIDS) Acquired Immune Deficiency Syndrome / HIV/AIDS का पूरा नाम एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम है

सबसे पहले AIDS का पता पहली बार न्यूयॉर्क में 1981 में लगा था। जब कुछ समलैंगिक यौन क्रिया के शौकीन लोग अपना इलाज कराने डॉक्टर के पास गए। ठीक प्रकार से इलाज कराने के बाद भी वे ठीक नहीं हुए और रोगियों की मृत्यु हो गई। जब डॉक्टरों ने इनका परीक्षण किया तो पता लगा कि इन रोगियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता समाप्त हो चुकी थी। फिर इसके ऊपर कई शोध किए गए । लेकिन तब तक यह संक्रमण काफी देशों में फैल चुका था । इसे एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम यानी कि AIDS का नाम दिया गया।
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Hiv Aids

A का अर्थ है एक्वायर्ड अर्थात ये संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रवेश करता है। I और D यानी इम्यूनो डिफिशिएंसी अर्थात ये संक्रमण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को पूरी तरह से खत्म कर देता है।
S यानी सिंड्रोम अर्थात AIDS की बीमारी को कैसे पहचाना जा सकता है। आपको बता दें कि पूरे विश्व में 2.5 करोड़ लोग इस बीमारी के कारण मृत्यु का शिकार हो चुके हैं । जबकि करोड़ों लोग इस बीमारी से अभी भी प्रभावित हैं। AIDS के मरीज सबसे ज्यादा अफ्रीका में है। इसके बाद दूसरे नंबर पर भारत आता है। भारत में 1.25 लाख AIDS रोगी है। सबसे पहले भारत में पहला AIDS मरीज 1996 में मद्रास में मिला था। यदि आप इंटीरियर में चले जाएं, तो डॉक्टर को नहीं पता होता कि AIDS की जांच कैसे की जाती है । इलाज किस तरह का होता है, मरीजों को कहां भेजना है या इसकी रोकथाम के लिए क्या उपाय करने चाहिए।

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यदि किसी को पता लग जाए कि इस व्यक्ति को AIDS रोग है, तो समाज में लोग उसे हीन भावना से देखते हैं ।उससे दूर रहते हैं, उसके साथ भेदभाव किया जाता है। भारत में ये संक्रमण असुरक्षित यौन संबंधों के कारण ज्यादा फैल रहा है। सबसे ज्यादा भारत में AIDS ड्राइवर की वजह से फैल रहा है। कई लोगों को AIDS के बारे में जानकारी नहीं है, कि ये किस तरह से फैलती है और इससे बचने के क्या उपाय करने चाहिए। AIDS की बीमारी अमेरिका में समलैंगिकता के कारण तेजी से फैली।
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इस प्रकार करें AIDS वायरस की जानकारी

1. AIDS वायरस रेट्रोवायरस ग्रुप का एक विचित्र वायरस है। ये RNA के दो स्थानों से युक्त होता है । जो रिवर्स टासक्रिपटेज के द्वारा डबल स्टैंड DNA में परिवर्तित होने लगता है और फिर कोशिकाओं के DNA में पहुंचकर हमेशा के लिए उन्हें सुप्त अवस्था में डाल देता है।
2. यदि किसी के शरीर में HIV वायरस प्रवेश कर जाता है, तो उसके शरीर में सुप्तावस्था रहने लगती है । जो HIV संक्रमण कहलाती है। इस अवस्था में शरीर में इंफेक्शन होता है । लेकिन इसके लक्षण दिखाई नहीं देते। इस संक्रमण को बीमारी में बदलने के लिए 15 से 20 साल लग जाते हैं।
3. ये संक्रमण मानव शरीर पर कई सालों बाद अपना प्रभाव डालता है और लगातार बढ़ता ही रहता है। वहीं इस संक्रमण के द्वारा लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता खत्म होती जाती है। जब मानव शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से खत्म हो जाती है । तब ये वायरस सक्रिय हो जाता है और अपना आक्रमण शुरू कर देता है। जब इस वायरस का आक्रमण शुरू होता है, तो रोगी धीरे-धीरे मौत की ओर बढ़ने लगता है। जैसे ही रोगी की मृत्यु हो जाती है । ये वायरस तुरंत ही समाप्त हो जाता है।
4. ये रोग मुख्यतः असुरक्षित यौन संबंधों के कारण फैलता है। इसमें AIDS के वायरस AIDS रोगी व्यक्ति के शरीर से स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में तुरंत प्रवेश कर लेते हैं। बिना जांच किए हुए मरीज को खून चढ़ा देना, यदि किसी व्यक्ति को AIDS वायरस संक्रमण है, तो ये वायरस खून चढ़ाने से सीधे दूसरे व्यक्ति के खून में पहुंच जाता है । उसके शरीर पर तेजी से आक्रमण करता है। विश्व भर में AIDS की जांच कुछ चुनिंदा स्थानों पर ही हैं। 
5. जो लोग नशीले पदार्थ का सेवन करते हैं, वे भी AIDS से पीड़ित हो सकते हैं। क्योंकि वे एक-दूसरे की सीरिंज का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें से कई AIDS रोगी भी हो सकते हैं । जिसके कारण ये संक्रमण फैलता है।
6. यदि किसी बच्चे की मां AIDS संक्रमित हो, तो उसका होने वाला बच्चा भी AIDS संक्रमित हो सकता है। 

Symptoms Of AIDS / AIDS के लक्षण

1.AIDS संक्रमण के कुछ खास लक्षण नहीं होते हैं। इसके लक्षण अन्य बीमारियों जैसे ही होते हैं । जैसे कि वजन कम होना, 30 से 35 दिन तक लगातार डायरिया का होना, लगातार बुखार रहना । इस संक्रमण के मुख्य लक्षण है।
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2.HIV नाम का विषाणु के सीधे श्वेत कोशिका पर अटैक करके शरीर के अंदर उपस्थित अनुवांशिक DNA में प्रवेश कर जाता है। जहॉ इस विषाणु की वृद्धि होती है । जैसे-जैसे इस विषाणु की संख्या बढ़ती जाती है, वे दूसरे श्वेत कोशिका पर आक्रमण कर देता है।

तो आज इस पोस्ट में हमने आपको ये जानकारी दिया है की HIV/AIDS क्या है और ये किस प्रकार फैलता है।HIV/AIDS के क्या लक्षण है । ये सभी जानकारी हमने इस पोस्ट के द्वारा आपको दिया है ।

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Milan Tomic

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