Kapalbhati: Benefits Of Kapalbhati Pranayama | FITNESS CLUES - Health Tips In Hindi

Kapalbhati: Benefits Of Kapalbhati Pranayama

Kapalbhati: Benefits Of Kapalbhati Pranayama


Kapalbhati: योगा और व्यायाम (Yoga and Exercise)  करना हर मनुष्य के लिए बहुत ही आवश्यक है। इससे आप स्वस्थ जीवन (Healthy LIfe) व्यतीत कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको प्राणायाम भी करना चाहिए। आज हम आपको कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) के बारे में बताने जा रहे हैं। इस प्राणायाम से वजन (Weight) को कम करने में सहायता मिलती है और आपका पूरा शरीर भी संतुलित रहता है। आइए जानते हैं ।
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कपालभाति प्राणायाम का महत्व / Benefits Of Kapalbhati

1- कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) करने से शरीर के 80% विषैले पदार्थ (Toxic Substance) को बाहर निकलने लगते हैं। निरंतर कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) करने से शरीर के सभी विषैले तत्व बाहर निकल जाएंगे और आपका शरीर रोग मुक्त होगा। इसके साथ ही प्राणायाम से आपके चेहरे पर चमक (Glow on Face) आती है। 
2- कपालभाति प्राणायाम केवल मनुष्य की बाहरी त्वचा को ही नहीं बल्कि मनुष्य की बुद्धि को भी तेज करता है।

कपालभाती प्राणायाम को करने की विधि / How To Do Kapalbhati Pranayama

1- सबसे पहले आसन पर बैठ जाएं और अपनी रीढ़ की हड्डी को (spinal cord) सीधा रखें। आप अपने हाथों को आकाश की ओर उठाएं और आराम से घुटनों के ऊपर रख ले।
2- लंबी गहरी सांस लें। 
3- सास को अंदर बाहर छोड़ते हुए पेट को इस प्रकार व्यवस्थित करें कि वो रीड की हड्डी (spinal cord) से ना मिले। 
4- आप प्राणायाम को जितनी देर तक कर सके उतनी ही देर तक करें। 
5- आप पेट की मांसपेशियों (Stomach muscles) की सिकुड़न को अपने पेट पर हाथ रख कर महसूस कर सकेंगे।
6- जैसे ही आप मांसपेशियों को ढीला छोड़ देते हैं, तो आपकी सांसों के द्वारा हवा अंदर पहुंचने लगती है।
7- कपालभाति को आप राउंड़ में पूरा करें। आप एक बार में 20 सांसे छोड़े। 
8- कपालभाति प्राणायाम का एक राउंड़ पूरा होने के बाद आप थोड़ी देर आराम करें और अपनी आंखों को बंद करें। 
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कपालभाति प्राणायाम करते वक्त आप उपयोग करे ये 4 उपाय / These 4 remedies you should use while doing kapalabhati pranayama

1- आप सांस को अंदर बाहर छोड़ते रहे। आप पूरी ताकत के साथ सांस को बाहर की ओर छोड़ें। 
2- सांस लेने के लिए ज्यादा तनाव महसूस ना करें। 
3- आप जैसे ही पेट की मांसपेशियों को ढील देंगे, आपके शरीर में सांप अपने आप ही आने लग जाएगी।
4- आप अपना ध्यान बाहर जाती हुई सांसो की ओर केंद्रित करें।
5- आप कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) को कभी भी ऑफ लिविंग योग प्रशिक्षक द्वारा ना सीखें। 
6-आप कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) हमेशा खाली पेट ही करें। 

कपालभाति प्राणायाम करने के लाभ / Benefits of doing kapalbhati pranayama

1- कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) के द्वारा शरीर की पाचन क्रिया को बढ़ाती है, जिससे आपको वजन कम करने में सहायता मिलती है।
2- कपालभाति प्राणायाम के द्वारा नाड़ियों का शुद्धिकरण होता है। 
3- कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) के द्वारा आप पेट की मांसपेशियों को सक्रिय कर सकते हैं।
4- मधुमेह रोगियों (Diabetes Patient) के लिए कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) बहुत ही लाभकारी है। 
5- कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) से रक्त परिसंचरण ठीक होता है और आपके चेहरे पर भी चमक आने लगती है।
6- कपालभाति प्राणायाम के द्वारा पाचन प्रक्रिया अच्छी रहती है और आपके शरीर को पोषक तत्वों की भी प्राप्ति होती है।
7- कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) के द्वारा आपके पेट पर जमा अत्यधिक चर्बी धीरे-धीरे अपने आप ही कम होने लगती है।
8- कपालभाति प्राणायाम के द्वारा मस्तिष्क और तांत्रिक तंत्र को ऊर्जा मिलती है।
9- कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) के द्वारा आप अपने मन को शांत कर सकते हैं।
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इन्हें नहीं करना चाहिए  कपालभाति प्राणायाम / These people should not Kapalbhati Pranayama

1- यदि कोई व्यक्ति हर्निया, मिर्गी, स्लिप डिस्क, कमर दर्द, (Hernia, Epilepsy, Slip Disc, Waist Pain) अथवा स्टेंट जैसे रोगों से पीड़ित है, तो उसे कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) नहीं करना चाहिए।
2- यदि आपकी पहले कोई पेट की सर्जरी हुई है, तो आपको भी कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) बिल्कुल नहीं करना चाहिए। 
3- गर्भवती महिलाओं को कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) को गर्भावस्था के दौरान (During Pregnancy) बिलकुल नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को कपालभाति प्राणायाम नहीं करना चाहिए।
4- पीरियड के दौरान भी महिलाओं को कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) नहीं करना चाहिए।
5- जिन लोगों को हाइपरटेंशन (Hypertension) की समस्या रहती है उन लोगों को कपालभाति प्राणायाम नहीं करना चाहिए।
6- यदि हाइपरटेंशन वाले मरीज कपालभाति प्राणायाम (Kapalbhati Pranayama) को करते हैं, तो उन्हें इस प्राणायाम को योग प्रशिक्षण केंद्र या योग प्रशिक्षक के नेतृत्व में ही करना चाहिए।

यदि Kapalbhati से सम्बंधित आपका कोई भी सवाल हो तो आप कमेंट बॉक्स में अपने सवाल कर सकते है । हम जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे ।

धन्यवाद !
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Milan Tomic

Hi. I’m Designer of Blog Magic. I’m CEO/Founder of ThemeXpose. I’m Creative Art Director, Web Designer, UI/UX Designer, Interaction Designer, Industrial Designer, Web Developer, Business Enthusiast, StartUp Enthusiast, Speaker, Writer and Photographer. Inspired to make things looks better.

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